पूर्णिया एयरपोर्ट का परिचालन जनता के लिए कब शुरू होगा, ताज़ा स्थिति जानिए
आम जनता का उड़ान पूर्णिया हवाई अड्डे से कब शुरू होगा? आइए जानते हैं एयरपोर्ट का मामला क्यों कोट पहुंच गया है और कितने दिनों में शुरू हो पाएगा.
सीमांचल वासी पिछले 60 सालों से आम जनता के लिए पूर्णिया में पब्लिक एयरपोर्ट बनने का इंतजार कर रहे हैं. कुछ ही लोगों का पता होगा कि 1960 में यहां पर आर्मी हवाई अड्डा बना था.
तब के सालों से लेकर अभी तक हवाई अड्डा का उपयोग भारतीय सेना करते हैं. यहां की जनता, बड़े राजनेताओं को इस एयरपोर्ट का प्रयोग करते हुए देखते आ रहे हैं.
पूर्णिया एयरपोर्ट का ऐतिहासिक संदर्भ जान लीजिए
1990 के दशक में पहली बार मुलायम सिंह ने पूर्णिया में पब्लिक एयरपोर्ट बनाने की बात कही थी. तभी से राजनीतिक गलियारों में यह प्रश्न है कि पूर्णिया में हवाई अड्डा कब बनेगा?
राजनीतिक पार्टियों ने इसे मुद्दे को बनाकर कई बार चुनाव जीत जीत चुके हैं. लेकिन स्थिति वही की वही पर पड़ी है.
मनमोहन सिंह सरकार से लेकर नरेंद्र मोदी सरकार ने भी पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए वित्तीय राशि आवंटित कर चुके हैं.
नीतीश कुमार पूर्णिया के जमीन पर घोषणा कर चुके हैं कि पूर्णिया एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाएगा. इसके बाबत उसने जमीन अधिकरण करने के लिए 20.50 करोड़ का फंड, आज से 3 साल पहले जारी कर दिये थे .
यह फंड अभी भी पूर्णिया के जिलाधिकारी के खाते में मौजूद है. इस राशि का प्रयोग 52.18 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए होना है.
पब्लिक एयरपोर्ट का कितना प्रोग्रेस हुआ है
6 साल पहले एयरपोर्ट का समाचार जोर शोर से लोगों के बीच में प्रचलित होना शुरू हो गया कि, अब पूर्णिया में एयरपोर्ट बनने ही वाला है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यह कह कर मना कर दिया कि पूर्णिया का सैन्य हवाई अड्डे का रनवे यात्री विमान के लिए ठीक नहीं है.
आपको बता दूं कि 1960 में बने सैन्य हवाई अड्डे का रनवे मात्र 9000 फीट लंबा है. इस रनवे पर यात्री विमान का उड़ान मुश्किल हो सकता था.
एयरपोर्ट अथॉरिटी के मना करने के बाद, बिहार सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को जमीन अधिग्रहण करके देने का फैसला लिया. अब अधिकृत जमीन पर पब्लिक एयरपोर्ट के लिए रनवे का निर्माण होगा.
जमीन अधिग्रहण का मसला पिछले 3 सालों से अधर में लटका हुआ है. जमीन अधिग्रहण का मामला अभी पटना हाईकोर्ट में लंबित है.
रैयत किसानों के साथ सुनवाई वर्ष 2020 के मार्च महीने में पूरा होना था. लेकिन कोरोना महामारी को लेकर यह मामला अभी टल चुका है.
पब्लिक हवाई अड्डा बनने में और कितना समय लगेगा?
जानकार बताते हैं कि जमीन अधिग्रहण होने के बाद भी रनवे को तैयार होने में 12 से 18 महीने का समय लगेगा. अगर सरकार चाहे तो इसी 12 से 18 महीने के बीच में टर्मिनल का भी निर्माण करा सकती है या इससे पहले भी करा सकती है.
Conclusion Points
ऐसे में लगता है कि, अब भी पूर्णिया के जनता को दो-तीन सालों का और इंतजार करना पड़ सकता है. फेसबुक एवं ट्विटर पर लोग इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहे हैं.
हर व्यक्ति चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी पूर्णिया हवाई अड्डा आम जनता के लिए उड़ान भरना शुरू कर दे. ताकि उसे पटना या बागडोगरा हवाई अड्डे का चक्कर लगाना ना पड़े.
आप से भी निवेदन है कि इस के संदर्भ में अपनी राय Comments Box जरूर रखें ताकि आपकी आवाज सरकारी बाबू तक पहुंच सके.